चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया की अध्यक्षता में हुई मीटिंग: चंडीगढ़ में खुलेगा वल्र्ड क्लास सुविधाओं वाला अस्पताल
- By Vinod --
- Thursday, 21 Nov, 2024
Meeting held under the chairmanship of Chandigarh Administrator Gulab Chand Kataria
Meeting held under the chairmanship of Chandigarh Administrator Gulab Chand Kataria- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)I चंडीगढ़ में आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित एक नया अस्पताल खोलने की तैयारी है। शहर में फिलहाल जो अस्पताल चल रहे हैं उनमें मरीजों की भीड़ कम करने के लिये यह नया प्रपोजल लाया गया है। अस्पताल के लिये सूटेबल साइट चुनने को लेकर भी चर्चा हुई। नीति आयोग के डा. वीके पाल ने इसको लेकर कहा है कि चंडीगढ़ में हेल्थकेयर सर्विस बढ़ाये जाने की जरूरत है। नई शुरू की जाने वाली हेल्थकेयर फेसिलिटी को विकसित भारत 2047 के विजन से जोडऩे की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वल्र्ड क्लास सुविधाओं की तर्ज पर यह अस्पताल बने जो देश के लिये एक मिसाल बने।
चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया की अध्यक्षता में वीरवार को हुई मीटिंग में इस प्रपोजल पर बातचीत आगे बढ़ी। चंडीगढ़ में पीजीआई, जीएमसीएच 32, जीएमएसएच 16 समेत, सेक्टर 22 और मनीमाजरा के अस्पताल व डिस्पेंसरियां लोगों को सेहत सुविधाएं दे रही हैं लेकिन बावजूद इसके दूसरे राज्यों जैसे पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तरांचल, राजस्थान सहित अन्य कई राज्यों से भी मरीज इलाज को चंडीगढ़ के अस्पतालों में पहुंचते हैं। मरीजों की जबरदस्त भीड़ यहां पर रहती है।
अस्पतालों में डेपूटेशन पर डॉक्टर तैनात हैं। डायरेक्टर हेल्थ सर्विस डा. सुमन सिंह ने चंडीगढ़ के हेल्थ इनफ्रास्ट्रक्चर, बैड स्ट्रेंथ, डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल सेक्टर 16 और यहां मौजूद सेवाओं, हेल्थकेयर में चुनौतियों और चंडीगढ़ में नया अस्पताल बनाने को लेकर प्रपोजल दिया। नया अस्पताल बनाने के पीछे प्रशासन का मकसद है कि चंडीगढ़ को रीजनल मेडिकल हब के तौर पर विकसित करें जहां पेशेंट की बेहतर केयर हो सके और उन्हें एडवांस मेडिकल केयर मिल सके।
रीजनल हेल्थकेयर में यह बैंचमार्क की तरह काम करेगा। मीटिंग में प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि सेटेलाइट अस्पतालों में डिस्ट्रिक्ट अस्पताल की तर्ज पर होनी चाहिए ताकि चंडीगढ़ के साथ सटते इलाकों से आने वाले मरीजों को देखकर नया अस्पताल बनाने की दिशा में काम हो सके। नये अस्पताल प्रोजेक्ट के लिये सूटेबल साइट को लेकर भी चर्चा हुई। गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि चंडीगढ़ को मेडिकल टूरिज्म के लिहाज से क्वालिटी हेल्थकेयर डेस्टीनेशन बनाने, ट्रेनिंग व मेडिकल एजूकेशन का सेंटर फार एक्सीलेंस बनाने की दिशा में काम करने की जरूरत है।
मीटिंग में चर्चा हुई कि नये अस्पताल से यूनिवर्सिल हेल्थकेयर उपलब्ध कराया जाए जहां हाई क्वालिटी पेशेंट केयर हो और विभिन्न स्पेशियेल्टी व इससे जुड़े डाक्टर मौजूद हों। डिजिटल हेल्थ सॉल्यूशन को डायगनोज और ट्रीटमेंट में इस्तेमाल करने व रिसर्च व इनोवेशन की भी संस्तुति की गई। वीके पॉल ने कहा कि यह अस्पताल एम्स जैसा होना चाहिए जिससे चंडीगढ़ में हेल्थ व मेडिकल एजूकेशन इको-सिस्टम मजबूत हो। वीके पाल ने चंडीगढ़ में कांप्रीहेंसिव स्कूल हेल्थ प्रोग्राम को लेकर प्रेजेंटेशन दी जो नेशनल हेल्थ पालिसी 2017 और नेशनल एजूकेशन पालिसी 2020 का पूरक है।
प्रशासक के सलाहकार राजीव वर्मा ने कहा कि प्रपोजल को लेकर जो प्रस्ताव आए हैं उनका ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने स्कूल हेल्थ के छह पिलरों जिसमें करिकुलम, ट्रेनिंग, हेकुल चेकअप और मेंटल हेल्थ को मजबूत किये जाने को लेकर भी विचार रखे। सेक्रेट्री एजूकेशन प्रेरणा पुरी ने सरकारी स्कूलों में मेंटरशिप प्रोग्राम इंट्रोड्यूस करने को लेकर बातचीत रखी और कहा कि यहां वर्किंग डॉक्टरों और रिटायर्ड डॉक्टरों को को स्टूडेंट्स के समक्ष हेल्थ टॉक और बेसिक फस्र्ट ऐड जैसे सीपीआर जैसी ट्रेनिंग देनी चाहिए।
ये अफसर रहे मौजूद
मीटिंग में नीति आयोग के मेंबर डा. विनोद के पॉल, प्रशासक के सलाहकार राजीव वर्मा, पंजाब के गवर्नर के एडीशनल चीफ सेक्रेट्री के शिवा प्रसाद, होम सेक्रेट्री मनदीप बराड़, फाइनेंस सेक्रेट्री दीपर्वा लाकड़ा, सेक्रेट्री एजूकेशन प्रेरणा पुरी, हेल्थ सेक्रेट्री अजय चगती, सेक्रेट्री विजिलेंस अभिजीत विजय चौधरी,डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेज ड़ा. सुमन सिंह व चंडीगढ़ प्रशासन के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।